I'm Rakesh Sinha a Professional Photographer from Lucknow.
Evolved with Art, Culture & Theatre Photography for more than four decades.
चित्रों का प्रदर्शन अत्यन्त ही जीवन्त है | मैने इसके पूर्व इस तरह चित्रों की प्रदर्शनी नही देखी | प्रत्येक चित्र बोलते एवं संगीत साधना मे तल्लीन दिखायी पड़ते है | दरअसल इसकी जरूरत आज के सन्दर्भ में सर्वाधिक है | इन चित्रों में चित्रित कलाकारों को देखकर प्रसन्नता होती है | हमारी सांस्कृतिक अवधारणा को कायम रखे हुए है | मेरी शुभकामनाएँ श्री सिन्हा को जिन्होंने इन्हें सजीव बनाया है |
मोती लाल वोरा
राज्यपाल , उत्तर प्रदेश
30/11/94
श्रद्धेय कलाकारों के कर्ण अनुनादो का तो घन छाया ही हुआ है | किंतु उनके चित्रों एवं चेहरो पर राग रागनियो की जीवंतता प्रथम बार ही अनुभूत हुई | छायाचित्र इतना सशक्त हो सकता है नितांत नवीन बोध है | साधु - साधु | सिन्हा साहब |
प्रभात ,
लखनऊ|
तानसेन संगीत समारोह के गरिमामय समारोह में सुविख्यातिनाम गायक , वादक एवं नर्तको के छायाचित्रों की उत्कृष्ट प्रदर्शनी अपने आप में श्लाघनीय है | इस विरासत के लिए श्री राकेश सिन्हा (लखनऊ) को साधुवाद |
रविचंद्र गोस्वामी
लखनऊ|
छायाचित्रों में भावभंगिमाओ की विविधता एवं उनका चित्रण छायाकार्य की सुरुचि का परिचायक है तथा लाइट और शेड का अत्यन्त सराहनीय उपयोग किया गया है , श्री राकेश जी का प्रयास अत्यन्त सुंदर है |
मार्तंड कात्यायन ,
ग्वालियर |